हिसार । हरियाणा में दोपहर बाद एकाएक मौसम में बदलाव हुआ और तेज हवाओं के साथ प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई. कुछ जगहों पर तेज हवाओं ने आंधी का रुप धारण कर लिया . आंधी के इस कहर से कही विशाल पेड़ धराशाई हुएं तो कहीं दीवार गिर गई. फतेहाबाद और सिरसा में कई जगहों पर बीच सड़क पर पेड़ गिरने से रास्ते बंद हो गए.
फतेहाबाद में एक घर में खड़ी बाइक पर गेट गिरने से बाइक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. वहीं हिसार में भी कई जगहों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिरने की खबर सामने आई है. बारिश के बंद होने पर रात तक मौसम इसी तरह बना रहा.
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ मदन खिचड़ ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून इस बार समय से प्रदेश पहुंच गया है. मौसम की परिस्थितियां मानसून के आगे बढ़ने के अनूकूल बन रही है. आज हुई बारिश से गर्मी तो कम हुई है लेकिन तेज हवाओं की वजह से काफी जगहों पर नुकसान पहुंचा है.
मौसम पूर्वानुमान
एचएयू यूनिवर्सिटी के अनुसार नमी वाली हवाओं की सक्रियता व उतरी हरियाणा के उपर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण 15 व 16 जून को प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में गरज-चमक व तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होंगी. वहीं 17 जून को भी प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है.
किसानों के लिए सलाह
- कपास व सब्जियों के खेतों में आवश्यकता अनुसार जल निकासी का प्रबंध अवश्य करें.
- धान की नर्सरी में आवश्यकता अनुसार सिंचाई व खाद प्रबंधन अवश्य करें.
- यदि पानी की उपलब्धता है तो धान लगाना शुरू कर दें.
- यदि नर्सरी में पीलापन नजर आ रहा है तो 0.5 फीसदी जिंक सल्फेट,0.5 फीसदी फेरस सल्फेट व 2.5 फीसदी यूरिया का घोल बनाकर छिड़काव करें.
- धान में बकानी रोग से बचाव हेतु पनीरी उखाड़ने से सात दिन पहले कार्बेन्डाजिम 1 ग्राम/ वर्ग मीटर की दर से रेत में मिलाकर पनीरी में एकसार बिखेर दें.