करनाल । मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा है कि 13 अप्रैल से 17 अप्रैल तक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते मौसम में व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा. मंगलवार को प्रदेश में इसके सक्रिय होने से मौसम अचानक परिवर्तनशील हो गया. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बादल छाए रहे, जिससे अधिकतम तापमान में 4.6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई.
सोमवार को जहा अधिकतम तापमान 42.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था तो वही मंगलवार को तापमान लुढ़क कर 37.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जिससे लोगों को गर्मी से हल्की राहत प्रदान हुई है. मौसम विभाग ने बताया है कि प्रदेश में मौसम की पहली धूलभरी आंधी चलने की संभावना के साथ, गरज के साथ बूंदाबांदी भी हो सकती है.
बारिश या ओलावृष्टि होने पर हो सकता है बड़ा नुक़सान
धूलभरी आंधी के साथ बारिश या ओलावृष्टि होती है तो इसका सीधा असर गेहूं कटाई के काम पर पड़ेगा. बारिश से फसल गीली हो जाएगी और ऐसी स्थिति में सीजन लंबा हो जाएगा. इसके अलावा गेहूं की फसल गीली होने की स्थिति में इसकी गुणवत्ता पर भी असर पड़ेगा.
सब्जियों पर क्या असर
जिला बागवानी अधिकारी डॉ जोगिंदर बिसला ने बताया कि अप्रैल माह में होने वाली बेमौसमी बारिश का सब्जियों पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा. बारिश के बाद निकलने वाली तेज धूप से पैदा होने वाली उमस से सब्जियों में कीट लगने की संभावना बढ़ जाती है. फूल झड़ना शुरू हो जाता है और फल सुखने की संभावना भी बनी रहती है.
देशभर में यह बना हुआ है मौसमी सिस्टम
केन्द्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान द्वारा जारी मौसमी अपडेट के अनुसार, इस समय उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर के आस-पास पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है. प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान के ऊपर बना हुआ है. चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों और उससे सटे बिहार के निचले स्तरों पर देखा जा सकता हैं.
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