चंडीगढ़ | हरियाणा के अधिकतर जिलों में सोमवार को शाम के समय से आरंभ हुई बारिश देर रात तक होती रही. बारिश होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे अधिक नुकसान देखने को मिल रहा है क्योंकि इस वक्त सरसों की फसल की कटाई हो रही है. कृषि विभाग का कहना है कि करीब 70 प्रतिशत सरसों की कटाई हो चुकी है. दूसरी तरफ गेहूं की फसल भी अब पकने को तैयार है. अप्रैल के आरंभ से गेहूं की फसल की भी कटाई होने वाली थी. लगातार कई घंटों तक होने वाली बरसात ने फसलों को काफी प्रभावित किया है.
मौसम का ताजा पूर्वानुमान
मौसम विभाग के मुताबिक हरियाणा राज्य में मौसम आमतौर पर 25 मार्च तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है. इस दौरान अगले दो दिन 23 मार्च तक मौसम आमतौर पर खुश्क रहने तथा बीच बीच में हल्के बादल व हवाएं चलेंगी. जिससे दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी संभावित परंतु एक और पश्चिमिविक्षोभ के आंशिक प्रभाव से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में 23 मार्च रात्रि से 25 मार्च के दौरान आंशिक बादलवाई होगी.
साथ ही, उत्तर पश्चिम व दक्षिणी क्षेत्रों में हवाओं व गरज-चमक के साथ कहीं- कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश की भी आशंका है. जिसके प्रभाव से दिन के तापमान में गिरावट तथा रात्रि तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी.
झज्जर में हुई सबसे अधिक बारिश
हरियाणा के जिला झज्जर में बारिश रिकार्ड की गई है. सबसे अधिक बारिश साल्हावास ब्लॉक में दर्ज हुई है. साल्हावास में सोमवार को करीब 60.5 एमएम वर्षा दर्ज की गई है. शनिवार को ओलावृष्टि हुई थी, तब भी सबसे अधिक प्रभावित साल्हावास ब्लाक ही हुआ था. ऐसे में वहां के किसानों का कहना है कि ओलावृष्टि से वैसे ही फसल बर्बाद हो चुकी थी. अब बारिश ने बची कसर पूरी कर दी है. किसानों का कहना है कि उनकी फसल लगभग नष्ट होने के कगार पर पहुंच चुकी है.
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