यमुनानगर | हरियाणा प्रदेश की उपलब्धियों में एक और नया अध्याय जुड़ने जा रहा है. प्रदेश के यमुनानगर ज़िले में स्थित दीनबंधु छोटूराम थर्मल पॉवर प्लांट में 800 मेगावाट की एक और नई इकाई स्थापित करने की तैयारियां शुरू हो गई है. इससे न केवल युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे बल्कि प्रदेश में बिजली उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा. विभागीय अधिकारीगण बता रहे हैं कि बिजली किल्लत से निपटने में यह बड़ा कदम साबित होगा. बता दें कि यहां 600 मेगावाट की दो इकाइयां पहले से स्थापित है. प्रदेश सरकार द्वारा हरी झंडी दिखाने के बाद एचपीजीसीएल ने इस दिशा में अपना काम शुरू कर दिया है.
600 एकड़ भूमि पर स्थापित हैं प्लांट
600 एकड़ भूमि पर स्थापित दीनबंधु छोटूराम थर्मल पावर प्लांट में 300-300 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्पादन होता है. अधिकारियों ने बताया कि 800 मेगावाट की नई इकाई स्थापित करने के लिए अतिरिक्त जमीन की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि प्लांट के पास पहले से ही काफी जमीन मौजूद हैं. प्लांट कोयला आधारित है और नया पावर प्लांट भी कोयला आधारित ही होगा.
प्लांट का इतिहास
रिलायंस एनर्जी लिमिटेड और शंघाई इलेक्ट्रिक द्वारा संयुक्त रूप से बनाया गया दीनबंधु छोटूराम थर्मल पॉवर प्लांट एचपीजीसीएल कोयला आधारित बिजली संयंत्रों में से एक है. साल 1993 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव ने फरीदाबाद में रिमोट कंट्रोल के जरिए इस परियोजना की आधारशिला रखी थी. साल 2004 में तत्कालीन मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने इस थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास किया था लेकिन इस दौरान परियोजना फाइलों में ही सिमट कर रही. बाद में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 2005 में इस परियोजना को मंजूरी दी और 2005-2008 के बीच यह पावर प्लांट बनकर तैयार हुआ.
जिलें के लिए बड़ी उपलब्धि
दीनबंधु छोटूराम थर्मल पॉवर प्लांट के चीफ इंजीनियर सुरेन्द्र सचदेवा ने बताया कि 800 मेगावाट की नई इकाई स्थापित करने की योजना को सीएम मनोहर लाल ने हरी झंडी दिखा दी है. परियोजना अभी प्राथमिक स्तर है और इसे सिरे चढ़ने में समय लगेगा लेकिन विभागीय स्तर पर इस दिशा में काम शुरू हो गया है. यमुनानगर जिले के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है.
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