यमुनानगर | शनिवार को यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण हरियाणा के यमुनानगर जिले में स्थित हथिनी कुंड बैराज के 5 गेट खोलकर 18,000 क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया है. बता दें कि यमुना नदी के कैचमेंट एरिया में बरसात के बाद 39,205 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया. इसमें से 17,510 क्यूसेक को वेस्टर्न यमुना कैनाल और 3,510 क्यूसेक पानी को पूर्वी यमुना कैनाल में डाइवर्ट कर दिया गया. इसके बाद, निचले इलाकों में सोशल मीडिया ग्रुप के माध्यम से सूचना जारी कर दी गई है.
आने वाले दिनों में बढ़ेगा जलस्तर
इस विषय में जानकारी देते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारी एसडीओ नवीन रंगा ने बताया कि बैराज पर एक लाख क्यूसेक पानी दर्ज होने पर पूर्वी और वेस्टर्न यमुना कैनाल को बंद कर दिया जाता है और सारा पानी बड़ी यमुना में डाइवर्ट कर दिया जाता है. इन परिस्थितियों में एक तरह से मिनी फ्लड की घोषणा कर दी जाती है. फिलहाल, अभी ऐसी स्थिति नहीं. वहीं, ढाई लाख क्यूसेक पानी आने पर बाढ़ घोषित कर दी जाती है. प्रदेश में अभी मानसून सीजन की शुरुआत हुई है. आने वाले दिनों में यहां पानी का बढ़ा हुआ जलस्तर देखने को मिल सकता है.
हर साल लगते हैं आरोप
उत्तराखंड व हिमाचल के पहाड़ी इलाकों में होने वाली बारिश के कारण यमुनानगर के हथिनी कुंड बैराज स्थित यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया. इसके 5 गेट खोलकर पानी को बड़ी यमुना में डाइवर्ट कर दिया गया. बता दें कि मानसून सीजन के दौरान हर साल हथिनी कुंड बैराज चर्चा में आ जाता है, क्योंकि आरोप लगाए जाते हैं कि ज्यादा पानी के होने के कारण हथिनीकुंड बैराज से पानी को छोड़ दिया जाता है. इस विषय में जानकारी देते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बैराज पर पानी को सिर्फ डाइवर्ट करने का काम किया जाता है. यहां पानी स्टोर नहीं किया जा सकता.
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