यमुनानगर । आज हरियाणा के यमुनानगर में 72 वें राज्यस्तरीय वन महोत्सव का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस वन महोत्सव में हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हरियाली का क्षेत्र बढ़ाने के लिए गंभीरता से काम कर रही है. ऐसी कई परियोजनाओं पर जमीनी स्तर पर काम किया जा रहा है ,जो धरती को हरा-भरा करने में कारगर साबित हो रही है.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जल्द ही ऐसी योजना लाई जाएगी , जिसके तहत 12 वीं कक्षा की परीक्षाओं में एसेसमेंट के अंक स्टूडेंट्स की और से लगाएं गए पौधों के आधार पर मिलेंगे. उन्होंने बताया कि फिलिपींस देश में ऐसी ही योजना है. यहां स्टूडेंट्स को डिग्री तभी मिलती है जब वो 10 पौधे लगा चुके होते हैं. हरियाणा में भी इस योजना को अमलीजामा पहनाने की तैयारी है और संयोग से वन और शिक्षा विभाग एक ही मंत्री कंवर पाल गुर्जर के पास है.
कोरोना काल में पौधों की अहमियत पता लगीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो प्राचीन काल से ही पौधों का विशेष महत्व रहा है लेकिन कोरोना महामारी के दौर में हमने पौधों की अहमियत को करीब से जाना है. इसलिए हम सभी का फर्ज बनता है कि अपने जीवन काल में अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि पौधे लगाकर अपनी जिम्मेदारी को खत्म ना समझे अपितु तीन से पांच साल तक उनकी देखभाल करें,उनको सही समय पर खाद-पानी दें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य को अपने जीवन के साथ-2 वन्य जीवों के जीवन की भी चिंता करनी चाहिए. जितना अधिक वृक्षारोपण किया जाएगा, उतना ही पर्यावरण संरक्षित रहेगा. जीवों को रहने व खाने का स्थान मिल सकेगा.
वन महोत्सव के इस आयोजन पर वन एवं शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर, सांसद रतन लाल कटारिया, विधायक घनश्याम अरोड़ा, जिलाअध्यक्ष राजेश सपरा समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे.