यमुनानगर | हरियाणा की एक और बेटी ने कठिन परिश्रम और सच्ची लगन से ऐसा मुकाम हासिल किया है कि परिवार सहित पूरे प्रदेश को अपनी बेटी पर गर्व महसूस हो रहा है. यमुनानगर जिले के गांव धर्मकोट के एक किसान परिवार में जन्मी बेटी ने अपनी कामयाबी से परिवार व देश-प्रदेश का नाम रोशन किया है. गांव धर्मकोट निवासी आरुषि चौहान ने बिना किसी मदद के अपने कड़े परिश्रम के दम पर अमेरिका में 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए दो साल की स्कालरशिप हासिल की है.
आरुषि को मिलने वाली स्कालरशिप की राशि 1 करोड़ 28 लाख रुपए है. आरुषि के पिता एडवोकेट मनदीप चौहान बार एसोसिएशन बिलासपुर के प्रधान है और साथ ही वह खेती भी करते हैं. आरुषि ने शुरुआती शिक्षा यमुनानगर के विवेकानंद हाई स्कूल से पूरी की और उसके बाद पाबनी स्थित सेंट लॉरेंस स्कूल और सीजीएम कॉन्वेंट स्कूल मसूरी से अपनी पढ़ाई पूरी की. परिजनों ने बताया कि आरुषि बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रही है और हर बार 100 फीसदी अंकों के साथ अपनी क्लास में टॉप किया है.
मां ने दिखाया उच्च शिक्षा का सपना
कोविड काल के दौरान जब मां ने अपनी बेटी को अमेरिका में उच्च शिक्षा का सपना दिखाया तो आरुषि पर इसका जुनून सवार हो गया और कड़ी मेहनत से इस लक्ष्य को हासिल करने में जुट गई. पढ़ाई के लिए टाइम टेबल सेट किया और साथ ही अमेरिका के अलग- अलग स्कूलों के बारे में जानकारी हासिल की. कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से अपना फोकस लक्ष्य पर केन्द्रित किया और आज ये बड़ी कामयाबी हासिल कर हर किसी को गौरवान्वित करने का काम किया है.
अपनी कड़ी मेहनत और साक्षात्कार के बाद डॉरोव स्कूल कैलिफोर्निया में आरुषि को अगले दो साल की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप प्राप्त हुई है. बेटी की इस कामयाबी पर परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है. आरुषि की इस कामयाबी पर दोस्तों और रिश्तेदारों की ओर से परिजनों को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. हर कोई बेटी की इस कामयाबी की खुले दिल से तारीफ कर रहा है और बेटी के उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!