यमुनानगर | हरियाणा राज्य यमुना नदी पर स्ट्रीम बांध बनाने जा रहा है. इसके लिए हथिनी कुंड बैराज से 500 मीटर पीछे जगह का सर्वे किया गया है. इस महत्वपूर्ण योजना को लागू करने के लिए जल्द ही हरियाणा के सीएम मनोहर लाल और हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू एक बैठक करेंगे. इस योजना की पुष्टि खुद हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने की है. सीएम ने बताया कि राज्य सरकार यमुनानगर जिले में हथिनी कुंड बैराज के पीछे एक बांध बनाने के प्रस्ताव पर सक्रिय रूप से विचार कर रही है.
बांध बनने से होगा ये फायदा
अगर हरियाणा- हिमाचल मिलकर इस बांध परियोजना पर काम करेंगे तो दोनों राज्यों को काफी फायदा होगा. बांध बनने से सिंचाई की समस्या दूर होगी, जलस्तर में सुधार होगा और बाढ़ का पानी दिल्ली, यूपी और प्रदेश के जिलों में तबाही नहीं मचाएगा. मानसून के मौसम को छोड़कर पूरे वर्ष यमुना नदी में पानी की कमी रहती थी. बरसात के मौसम में लाखों क्यूसेक पानी दिल्ली से आगे बढ़कर तबाही मचाता है. सरकार ने इस बांध को हरियाणा के बजट में शामिल कर लिया है.
हरियाणा ने हिमाचल से मांगी NOS
गौरतलब है कि सर्वे और अन्य प्रक्रिया के बाद प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन सीएम मनोहर लाल के सामने दिया जा चुका है. बांध के जल का वितरण एवं निर्माण केन्द्रीय जल आयोग के नियमों के तहत किया जायेगा. इसके लिए हिमाचल प्रदेश को एनओसी के लिए पत्र लिखा गया है, अभी तक अनुमति नहीं मिली है. सहमति मिलने के बाद ही इस पर आगे काम किया जाएगा.
सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण
बता दें कि हथिनी कुंड बैराज की अप स्ट्रीम पर बांध की परियोजना के लिए सीएम मनोहर लाल ने अप्रैल 2020 में हेलीकॉप्टर से क्षेत्र का दौरा किया था. हथिनी कुंड बैराज से करीब सात किमी ऊपर जल भंडारण बांध बनाने की योजना है. बरसात के मौसम में इसमें यमुना नदी का पानी रोका जा सकता है. इस पानी का उपयोग सिंचाई के लिए किया जा सकेगा और लोगों को बाढ़ से भी बचाया जा सकेगा.
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