यमुनानगर | दीनबंधु सर छोटू राम थर्मल प्लांट के अंदर लगने वाली 800 मेगावाट की नई यूनिट “मेक इन इंडिया” की तर्ज पर होगी यानी प्लांट पूरी तरह से स्वदेशी होगा. यह प्रदेश का पहला ऐसा प्लांट होने वाला है. 800 मेगावाट की इस नई इकाई का निर्माण कार्य 2 माह में शुरू हो जायेगा. बता दे इस प्रोजेक्ट को लेकर लंबे समय से बातचीत चल रही थी.
इतने करोड़ होंगे खर्च
अनुमान है कि इस प्लांट को बनाने में करीब 6 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे, जबकि अभी 600 मेगावाट के प्लांट की लागत 2400 करोड़ रुपये थी. वर्तमान में स्थापित 300- 300 मेगावाट की इकाइयों में चीन निर्मित मशीनों का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन नई इकाई की मशीनें स्वदेशी और आधुनिक होंगी.
इस वजह से फंसा था पेच
दीनबंधु छोटू राम थर्मल पावर प्लांट, एचपीजीसीएल कोयला आधारित बिजली संयंत्रों में से एक है. इसे रिलायंस एनर्जी लिमिटेड और शंघाई इलेक्ट्रिक ने मिलकर बनाया था. वर्ष 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने इस परियोजना को मंजूरी दी थी. इसे 2005-2008 में विकसित किया गया था. इससे पहले वर्ष 2004 में भी तत्कालीन मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास किया था, लेकिन इस दौरान यह प्रोजेक्ट कागजों में ही सिमट कर रह गया था.
1400 मेगावाट बिजली का होगा उत्पादन
बता दें कि 800 मेगावाट की नई यूनिट में जहां नई तकनीक होगी, वहीं कई खूबियां भी होंगी. सबसे खास बात यह होगी कि इसकी चिमनी और कूलिंग टावर छोटे होंगे. इससे बिजली तेजी से पैदा होगी और प्रदूषण भी कम होगा. इसके लिए 400 केवी की लाइन अलग से बिछाई जाएगी और बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार भी मिलेगा. गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने हाल ही में 800 मेगावाट के इस प्लांट को झारखंड की बजाय यमुनानगर में लगाने की इजाजत दे दी है. ऐसे में नये प्लांट के निर्माण से जिले से 1400 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा.
विधायक ने कही ये बात
यमुनानगर के विधायक घनश्यामदास अरोड़ा ने बताया कि यहां 800 मेगावाट की नई बड़ी इकाई जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है. नई यूनिट की स्थापना से जिले को काफी फायदा होगा. इससे जिले को पूरी बिजली मिलेगी और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी खुलेंगे.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!करीब दो माह के भीतर टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. मेक इन इंडिया की तर्ज पर मशीनरी लगाई जाएगी. 800 मेगावाट की यूनिट पूरी तरह से आधुनिक होगी. नई तकनीक से बिजली उत्पादन सस्ता हो जाएगा– राजीव गुप्ता, मुख्य अभियंता, दीनबंधु सर छोटू राम थर्मल पावर प्लांट यमुनानगर